#Motivational_Poem
सब जाग रहे तू सोता रह ,
किस्मत को थामे रोता रह...
जो दूर है माना मिला नहीं
जो पास भी है वो खोता रह.....
सब जाग रहे तू सोता रह
किस्मत को थामे रोता रह...
लहरों पर मोती चमक रहे
झोंके भी तुझ तक सिमट रहे..
न तूफान कोई आने वाला
सब तह तक गोते लगा रहे
लहरें तेरी कदमों में है
तु नाव पकड़ बस रोता रह..
सब जाग रहे तू सोता रह
किस्मत पकड़ रोता है
माना कि मुश्किल भारी है
पर तुझ में क्या लाचारी है
यह हार नहीं है बाहर की
भीतर से हिम्मत हारी है
उठ रहे यहां सब गिर गिर कर
न उठ तू यूं ही लेटा रह.....
सब जाग रहे तू सोते रहे
किस्मत को थामे रोता रह....!!!!!!